Dacoit Veerappan: डाकु वीरप्पन जिसके खोफ से अच्छे अच्छों के पसीने छुट जाया करते थे। वीरप्पन को उनके राज्य के लोग भगवान की तरह माना करते थे। लेकिन हर एक सिक्के के 2 पहलू होते ही हैं। वीरप्पन को कुछ लोग भगवान मानते थे तो कुछ उसके जुलम से तंग आ चुके थे।
Dainik Haryana News: #Veerappan(ब्यूरो): तीन राज्यों की पुलिस को वीरप्पन की तलाश थी। लेकिन जंगल में वीरप्पन के आगे किसी की एक ना चलती थी। वीरप्पन पुलिस के लिए एक बड़ा टारगेट बन चुका था। वीरप्पन जंगल से चंदन और हाथी दांत की तस्करी कर 50 साल तक जंगल में बैठा अपना काला साम्राज्य ऐसे ही चलाता रहा। वीरप्पन जंगल से बाहर नहीं आया और अंदर किसी के हाथ नहीं आया।
कैसे और कब पकड़ा जुल्म का रास्ता
वीरप्पन ने 17 साल की छोटी सी उम्र में ही जुल्म करना शुरू कर दिया। जैसे जैसे समय बितता चला गया वीरप्पन भी उतना ही खुंखार होता चला गया। ऐसा कहा जाता है कि वीरप्पन के सर पर 180लोगों के मारने का इल्जाम था।
Read Also: Easy Business Idea: घर बैठे शुरू करें ये बिजनेस, हर महीने होगी 5 लाख रूपये की कमाई पुलिस के लिए काल बन चुका था वीरप्पन। जो कोई भी वीरप्पन को पकड़ने जंगल गया, वो आसनी से बाहर नहीं आया। वीरप्पन के हाथों 100 से ज्यादा पुलिस वाले मारे गए। इसका सबसे बड़ा कारण था, वीरप्पन का पुलिस से जफरत करना।
वीरप्पन करता था अपहरण
वीरप्पन अपहरण कर फिरोती मांगने का काम भी किया करता था। जिसमें से एक अभिनेता राजकुमार और कृषि मंत्री नागप्पा का अपहरण था। कन्नड़ अभिनेता राजकुमार को 20 करोड़ की फिरोती पाने के बाद छोड़ दिया गया, लेकिन मंत्री को जंगल में मरा पाया।
Read Also: Anju In Pakistan: अंजू पाकिस्तान में खा रही बिरियानी यहां बच्चे भूखे मर रहे लेकिन वीरप्पन ने इस बात से साफ मना कर दिया। वीरप्पन का टारगेट हमेश बड़े पैसे वाले लोग ही रहते थे। वीरप्पन को रॉबिन हुड के नाम से भी जाना जाता था। किसी के लिए भगवान तो किसी के लिए सैतान वीरप्पन साल 2004 में तमिलनाडु पुलिस की स्पेस्ल टीम के हाथों मारा गया। वीरप्पन ने 50 साल तक अपना साम्राज्य चलाया और दुनिया के लिए खौफ बना रहा। लेकिन हर एक बुराई का अंत एक ना एक दिन आता है। ऐसा ही वीरप्पन की कहानी में देखने को मिला। वीरप्पन के जीवन पर फिल्म बन चुकी है और एक बार फिर से नेट फलिक्स पर पर वीरप्पन की वापसी होने जा रही है।