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Veto Power: वीटो पावर के लिए भारत ने ठोकी दावेदारी, चीन को कैसा ऐतराज

 
Veto Power: वीटो पावर के लिए भारत ने ठोकी दावेदारी, चीन को कैसा ऐतराज
Veto Power India: अब तक UNSC के पांच स्थाई सदस्य हैं। इसके इलावा इसके लिए भारत ने छठी कुर्सी के लिए दावेदारी जताई है। भारत को वीटो पावर देने के लिए 4 देश सहमति बना रहे हैं लेकिन एक देश है जो भारत के लिए सबसे बाड़ा रोड़ा बना हुआ है। आप सब भी इस देश से भली भांति वाकिफ होंगें। वो देश और कोई नहीं हमारा पड़ोसी देश चीन है। Dainik Haryana News: UNSC (चंडीगढ़): इस बार भारत में हुए G-20 समिट में बहुत से मुददों पर सहमति हुई है। PM नरेंद्र मोदी जी ने एक बार फिर से वीटो पावर के लिए UNSC के स्थाई सदस्यों को बढ़ाने की मांग रखी है। अब तक UNSC की पांच स्थाई सदस्य हैं। जिसमें चीन, अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन इन पांच देशों को P5 के नाम से जाना जाता है। UNSC की छठी स्थाई कुर्सी के लिए भारत ने अपनी दावेदारी जताई है और इसके लिए बहुत से देश भारत के समर्थन में खड़े हैं ।

क्यों नहीं बन पा रही UNSC में भारत के लिए सहमति

UNSC का एक नियम है, इसमें किसी भी कानून को पास करने के लिए इसके सभी स्थाई देशों की सहमति होनी जरूरी है। अगर इनमें से एक भी देश अपनी असहमति जताता है तो कानून मानय नहीं होगा। Read Also: Iphone 14 से इतना महंगा है Iphone 15, चेक करें कीमत जब भी भारत वीटो पावर के लिए अपनी दावेदारी जताता है तो इसमें सबसे बड़ा रोड़ा चीन अटकाता है। कई देशों का मानना है कि भारत को विटो पावर मिलनी चाहिए, लेकिन इसके लिए चाइना अपनी सहमति नहीं जताता। भारत सर्व गुण संपन्न होता जा रहा है। भारत परमाणु लैस देश है, भारत अंतरिक्ष में भी चांद से सूर्य का सफर तय कर चुका है। बात करें आर्थिक स्थिति की जो देशों के लिए सबसे बड़ी समस्या है, उसमें भी भारत मजबूती के साथ खड़ा है। अगर बात वीटो पावर की है तो वो भारत को कब की मिल जाती, Read Also: Railway News: रेल यात्रा के दौरान फ्री में मिलती है ये सुविधा लेकिन बात चीन की सहमति पर आकर रूक जाती है। चीन सहमति नहीं कर रहा, सबसे बड़ी बात और दिक्कत यही बनी हुई है। एक बार फिर से भारत ने इसके लिए दावेदारी जताई है।