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Vikram Lander: चांद पर भारत के प्रज्ञान रोवर का पहले से ही बैठा पड़ोसी, दोनों के मिलने के चांस बढ़े

 
Vikram Lander: चांद पर भारत के प्रज्ञान रोवर का पहले से ही बैठा पड़ोसी, दोनों के मिलने के चांस बढ़े
Chandrayaan 3: चांद पर भारत का विक्रम लैंडर 23 अगस्त को पहुंचा था तो वहां साल 2019 से चीन का रोवर भी बैठा हुआ है। क्या दोनों ही रोवर की आपस में मुलाकात हो सकती है। चीन का रोवर 2019 से काम कर रहा है। भारत का रोवर अभी कुछ दिन से ही कम पर लगा है। दोनों ही रोवर के बीच की दूरी सामने आई है। Dainik Haryana News: Pragyan Rover Move on Moon(नई दिल्ली):भारत का प्रज्ञान रोवर और चीन का युतु-2 दोनों ही चांद पर चल रहे हैं। चीन का 2019 से तो भारत का 2023 से काम पर लगा है। दोनों ही चांद की पहरेदार करते नजर आ रहे हैं। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर साफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत पहला देश बन चुका है। तथा चांद पर जाने वाला चौथा देश बन चुका है। भारत का रोवर चांद की सतह पर 500 मीटर तक चलेगा, रात के समय चांद का तापमान -200° तक पहुंच जाता है जिसकी वजह से भारत का रोवर 14 दिन तक ही काम करने वाला है। Read Also: Mukesh Ambani : मुकेश अंबानी आज करने जा रहे 5 घोषणाएं! जबकी चीन का रोवर 2019 से से चांद पर काम कर रहा है। दोनों के ही रोवर 6 पहियों वाले हैं। चीनी रोवर की रेंज 10 किलोमीटर तक है। भारत का प्रज्ञान छोटी मोटी चट्टानों और गड्ढों को आसानी से पार कर रहा है और काम भी ठीक से कर रहा है। आए दिन भारतवासियों से चांद के बारे में नई-नई जानकारी शेयर कर रहा है। भारत ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर साफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रच दिया है।भारत और चीन के रोवर के बीच की दूरी बहुत ज्यादा है, इसलिए दोनों के मिलने की कोई संभावना नहीं है। Read Also: Mukesh Ambani : मुकेश अंबानी आज करने जा रहे 5 घोषणाएं! चीन साल 2026 में अपना दूसरा मिशन चांद पर भेजने की तैयारी में है तो वहीं भारत अपना पहला मिशन सुर्य पर भेजने को तैयार है।ऐसा पहली बार हुआ है कि चांद की सतह पर 2 रोवर एक साथ एक्टिव हैं।