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Viral News : इंडिया में सीमेंट आने से पहले किस चीज से मिलती थी घरों को मजबूती

 
Viral News : इंडिया में सीमेंट आने से पहले किस चीज से मिलती थी घरों को मजबूती
Big Update : भारत देश में इतनी इमारते हैं जो सदियों पुरानी हैं और आज तक वो वैसे की वैसी ही बनी हुई हैं। आज के समय में बनने वाली सीमेंट की इमारते गिर जाती हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि भारत में सिमेंट आने से पहले महलों को किस चीज से मजबूती दी जाती थी। तो चलिए इस लेख के माध्यम से जानते हैं इसके बारे में। Dainik Haryana News,Latest Update(नई दिल्ली): पहले की इमारतें जब हम बनाते थे तो किसी भी छत ओर दीवार में सरिया सीमेंट का इस्तेमाल आपको दिखाई नहीं देता है। कभी ना कभी तो आपके मन में भी ये सवाल आता होगा कि इतनी मजबूत इमारतें जो आज तक गिरी नहीं हैं आखिर किस चीज से बनाई जाती थी। भारत के यूपी राज्य के आगरा जिले में ताजमहल जो बरसों पुराना है। READ ALSO :Haryana News In Hindi : हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला, इस दिन से बहाल होगी पुरानी पेंशन इसके इस्तेमाल में संगमरगर के पत्थर का प्रयोग किया जाता था। इतने साल पुराना होने के बाद भी उसकी चमक ऐसे की ऐसी है और वो मजबूत भी इतना ही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें, पत्थरों को चिपकाने के लिए एक पदार्थ तैयार किया जाता था जिसके बाद ही पत्थर ऐसे चिपक जाते थे जिन्हें हिलाना भी मुश्किल होता था। पत्थरों को चिपकाने के लिए सरोज नाम का एक घोल तैयार किया जाता था। इस घोल में चिकनी मिट्टी, लाल गोंड, गुड और चीनी को मिलाकर तैयार किया जाता था। ये घोल इतना मजबूत है कि अगर कोई भी तूफान, भूकंप, आंधी जैसी विपदा आती है तो ताजमहज जरा सा भी नहीं हिलता है। आज के समय में जो पत्थर आते हैं उनकी उम्र 60 साल तक की होती है लेकिन जब पहले के पत्थर इस्तेमाल किए जाते थे उनकी लाइफ सदियों तक की होती थी। इसलिए जब भी घोल को तैयार किया जाता था तो तब बड़े ही ध्यान से तैयार किया जाता था। READ MORE :Health Tips : होंगे कई रोग दूर हर रोज खाएं अंजीर