Success Story : 11 हजार रूपये की नौकरी करने वाला सिक्योरिटी गार्ड का बेटा आज है 3 कंपनियों का मालिक
Dainik Haryana News,Business Tips(New Delhi): उत्तर प्रदेया के जौनपुरी जिले के सुशील सिंह एक गरीब परिवार में जन्में थे। वे 12 वीं कक्षा में फेल हो गए थे। कॉलेज की पढाई बीच में छोड़नी पड़ी। उसके पास में इतना पैसा नही था कि वह कोई काम शुरू कर सकें लेकिन आज अपनी मेहनत के दम पर आज सुशील सिंह तीन कंपनियो का मालिक हैं। दुनिया के करोंड़पति टेक्नोप्रेन्योर के नाम से जानी जाती हैं।
सिक्योरिटी गार्ड थे पापा(Papa was a security guard)
सुशील सिंह का परिवार रोजगार की तलाश में जौनपुर जिले के एक गांव से मुंबई आ गया था। यहां सुशील का परिवार डोंबिवली की बस्ती में एक चॉल में रहता था। सुशील के पापा एक बैंक में सिक्योरिटी गार्ड थे और मां हाउस वाइफ थीं। कम आय वाले परिवारों के लिए चलाए जाने वाले स्कूल से सुशील ने अपनी दसवीं तक की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद उनका पढ़ाई से मन हट गया। 12वीं क्लास में वे फेल हो गए। इसके अगले साल उन्होंने 12वीं पास की। इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन की। लेकिन कॉलेज में उनका मन नहीं लगा और सेकेंड ईयर में ही कॉलेज छोड़ दिया।
11 हजार रुपये महीने में जॉब की(Job for 11 thousand rupees per month)
फिर बाद में उन्होंने पॉलिटेक्निक का कोर्स किया और एंट्री लेवर टेलीकॉलर और सेल्स एक्जीक्यूटिव की जॉब की। यहां उन्हों 11 हजार रुपये महीना सैलरी मिलती थी। सुशील ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर सरिता रावत से शादी की। इसके बाद उन दोनों ने यूएस-बेस्ड बिजनस के सहयोग से नोएडा में बीपीओ शुरू किया। यहीं से एसएसआर टेकविजन की शुरुआत हुई। अमेरिका-बेस्ड बिजनस के साथ केवल तीन से चार महीने काम करने के बाद उन्हें नोएडा में एक को-वर्किंग स्पेस मिल गया।
तीन कंपनियों के मालिक(owner of three companies)
एसएसआर टेकविजन, डीबाको और साइवा सिस्टम सुशील सिंह की कंपनियों में शामिल हैं। लेकिन उनका यहां तक पहुंचने का रास्ता बड़ा संघर्ष भरा था। सिर्फ 11,000 रुपये की मंथली सैलरी से अपने करियर की शुरुआत करने वाले सुशील सिंह की कमाई आज करोड़ों में है। सुशील ने टेक्नोप्रेन्योर के रूप में अपनी पहचान बनाई है। वे 3 मुनाफे वाली कंपनियों के साथ ही एक एनजीओ के फाउंडर भी हैं।
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शादी के बाद में खूब हुई तरक्की:
सुशील ने 2.5 साल के बाद में पूरे नोएडा भवन को खरीदने का फैसला किया। इसके बाद में उन्होंने डीबाको की शुरूआत की। यह एक कपडों कस आॅनलाइन स्टोर है। इसके बाद में उन्हें तीसारा कारोबार साइवा सिस्टम इंक लॉन्च किया। उन्होंने 2019 में इसकी शुरूआत की थी। यह एक बहुराष्ट्रीय आईटी कंसल्टिंग कंपनी है। इस तरह प्रकार से सुशील सिंह तीन सफल कंपनियों के मालिक बनें।