Mission Gaganyaan : गगनयान मिशन का लक्ष्य साध रहा इसरो
Indian Space Research Organisation : इसरो लगातार कामयाबी हासिल करता जा रहा है। कुछ दिन पहले चंद्रयान-3 में कामयाबी मिलने के बाद पूरे देश को इसरो पर गर्व हुआ था। फिलहाल इसरो गगनयान मिशन को लॉन्च करने जा रहा है। आइए खबर में जानते हैं इसके बारे में।
Dainik Haryana News,ISRO New Mission(ब्यूरो): गगनयान मिशन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के सालों के अथक समर्पण का प्रमाण है। गगनयान मिशन से जल्द ही अंतरिक्ष में मानव को पहुंचाने का लक्ष्य है। गगनयान मिशन का लक्ष्य ना सिर्फ मावन को अंतरिक्ष में भेजना बल्कि भारत के कौशल को प्रदर्शित करना है।
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गगनयान के जरिए अंतरिक्ष में 4 सदस्यों के दल को 400 किलोमीटर की कक्षा में तीन दिन के लिए भेजा जाएगा और उन्हें वापस सुरक्षित धरती पर लाया जाएगा। इसके लिए चुने गए चार अंतरिक्ष यात्रियों-ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, अजीत कृष्णन, अंगद प्रताप और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला ने रूस और भारत में पांच साल के कठोर प्रशिक्षण कार्यक्रम से गुजर कर आने वाली चुनौतियों के लिए सावधानीपूर्वक तैयारी की है। रोबोटिक और मानव अंतरिक्ष अभियानों के बीच के अंतर को पहचानना महत्वपूर्ण है।
जब मानव जीवन दांव पर होता है तो त्रुटि की गुंजाइश शून्य हो जाती है। इसके लिए सावधानीपूर्वक योजना, अत्याधुनिक तकनीक और सुरक्षा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है। इसरो ने गगनयान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं और मिशन के लिए डिजाइन किया गया एलपीएम3 लॉन्च वाहन मानव अंतरिक्ष उड़ान को समायोजित करने के लिए सुधार किए गए हैं।
इसके अतिरिक्त एलवीएम3 के क्रायोजेनिक चरण को मानव अंतरिक्ष उड़ान के उद्देश्य से विकसित किया गया है। अब इसको एचएलवीएम3 का नाम दिया गया है। hlvm3 में चालक दल निष्कासन प्रणाली शामिल है। यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी आपात स्थिति में चाहे वह प्रक्षेपण स्थल पर हो या उड़ान चरण के दौरान चालक दल माड्यूल को चालक दल के साथ सुरक्षित दूरी पर ले जाया जा सके।