{"vars":{"id": "112803:4780"}}

Mumbai Nagpur Expressway Route : देश के इस एक्सप्रेसवे पर लगाए जाएंगे 13 लाख पेड़, 150 की स्पीड से फर्राटा भरेगी कार 

Mumbai Nagpur Expressway map : केंद्र व राज्य दोनों सरकारें देश में विकास कार्य करने की तरफ कदम बढ़ा रही है। मोदी सरकार ने साल 2047 तक पूरे देश को विकसित करने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में सरकार एक एक्सप्रेसवे पर सरकार 13 लाख पेड़ लगाने जा रही है। आइए खबर में जानते हैं किस हाईवे पर लगने जा रहे इतने पेड़। 
 

Dainik Haryana News,Samridhi Expressway(ब्यूरो): सरकार एक एक्सप्रेसवे पर 13 लाख पेड़ लगाने जा रही है। अब वाहन जब इस एक्सपे्रसवे पर फर्राटा भरेंगे तो आपको पार्क जैसा फील होने वाला है। दरअसल, यह एक्प्रेसवे अभी तैयान नहीं हुआ है। इसे 701 किलोमीटर लंबा बनाया जाएगा और फिलहाल 6 लेन का होगा व आने वाले समय में इसे 8 लेन बनाया जाएगा। इस पर 120 किमीटर घंटे की रफ्तार से वाहन दौड़ाए जा सकते हैं। कारें 150 की स्पीड से चलाए जा सकते हैं। हम बात कर रहे हैं समृद्धि एक्सप्रेसवे की जो देश का सबसे तेज हाईवे होने वाला है।


पहाड़ों के बीच से गुजरेगा हाईवे :

READ ALSO :Bank Holiday In February : फरवरी महीने में इतने दिन बंद रहेंगे बैंक, पहले ही निपटा लें अपने जरूरी काम

एक्सप्रेसवे को पहाड़ों से गुजारा जाएगा और पहाड़ों पर भी कार 100 की  स्पीड से दौड़ सकती हैं। यह स्पीरड लिमिट 8 सीटर गाडि़यों के लिए है. इससे ज्यासदा कैपिसिटी वाली गाडि़यों के लिए स्पीत्ड लिमिट 100 किलोमीटर प्रति घंटा है, जो पहाड़ी जगहों पर 80 किलोमीटर रह जाएगी। 


इन 10 जिलों को मिलेगा फायदा :

यह हाईवे बनने के बनने के बाद शहरों के बीच में पड़ने वाले 10 जिलों वर्धा, बुलढाना, नागपुर, अमरावती, वासिम, जालना, नासिक, अहमदनगर, थाणे व औरंगाबाद शामिल हैं। इसके अलावा 14 जिले कनेक्ट हो जाएंगो और इस एक्सपे्रसवे को तैयार करने में करीब 50 हजार करोड़ रूपये की लागत आएगी। इसे ज्यादा हिस्सों को ट्रैफिक के लिए खोला जा चुका है व साल 2024 में इसे पूरा कर लिया जाएगा। दोनों किनारों पर 12.68 लाख पेड़ लगाए जाएंगे और इसके रास्ते से शिरडी और त्रयंबकेश्वर जाना पहले से आसान हो जाएगा। एक्सेप्रेसवे से शिरडी की दूरी 5 किलोमीटर तो त्रयंबकेश्वर शिव मंदिर की 14 किलोमीटर है।


इस हाईवे पर 65 फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं, 6 टनल, सुरंग, 300 अंडरपास, 24 इंटरचेंज, 400 पैदल यात्रियों के लिए अंडरपास बनाया जाएगा। एक्साप्रेसवे ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार पैदा करने में काफी मदद करेगा. समृद्धि हाईवे पर बनने वाली टनल को ऑस्ट्रेलियाई टनल तकनीक से बनाया जा रहा है। इसकी औसत ड्यूरेबिलिटी 100 साल की होने जा रही है और इस रूट पर पड़ने वाली सबसे लंबी टनल 7.74 किलोमीटर की रहने वाली है।

READ MORE :Bank FD Tips : किसी भी बैंक में FD कराने से पहले जान लें ये जरूरी बातें, वरना हो सकता है नुकसान

दूरी तय करने में 25 मिनट लगते हैं, उसे महज 5 मिनट में पूरा किया जा सकता है। समृद्धि के किनारे जमीनों के दाम भी बढ़ेंगी और रियल एस्टेट का बिजनेस भी चलेगा। सरकार ने प्लान बनाया है कि इसके दोनों तरफ 13 नए शहर बसाए जाएंगे। कि इन शहरों को बसाने के लिए आसपास की जमीनों को खरीदा जाएगा और रियल एस्टेएट का बिजनेस खूब बढ़ेगा.