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Success Story : कौन है टीचर की बेटी जिसे विदेश में मिला 3.5 करोड़ का पैकेज?

Student Success Story: आज के समय के लड़की लडको से कम नहीं हैं। हर क्षेत्र में लड़कियां ही जीत रही है आज हम आप को एक ऐसी लड़की की सफलता की कहानी बजाएंगे। जिन्होंने जिला परिषद स्कूल स्कूल से शिक्षा ग्रहण की और अब विदेशों से करोड़ों के पैकज मिल रहे हैं आइए जानते है इनकी सफलता की कहानी।
 
 

Dainik Haryana News, Sheetal Jumbad Success Story (New Delhi): यहां के जिला परिषद स्कूल से पढाई करने वाली शीतल जुंबड अब अमेरिका में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम करेंगी  शीतल जुंबड पुणे के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक किया है। उसके बाद में आगे की पढ़ाई अमेरिका से की हैं।  

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उनके बायोडेटा में कहीं भी आईआईटी(IIt ) या एनआईटी का ठप्पा नहीं हैं  उसके बाद में शीतल जुंबड  ने इतना बड़ा पैकेज हासिल कर पूरा देश में अपना नाम रोशन कर दिश हैं। शिक्ष की बेटी  शीतल जुंबड  ने जालना से अमेरिका तक का सफर किस प्रकार से तय किया?


जिला परिषद स्कूल के शिक्षक बाबा साहेब जुंबड की बेटी शीतल ने न सिर्फ परिवार बल्कि जिले के कर्मचारियों की सैलरी का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है. शीतल जुंबड  ने अपनी चौथी कक्षा तक की शिक्षा बाल विकाश विद्यालय जालना से, 5 वीं सरस्वती हाई स्कूल से,6 वीं से 10 वीं तक की शिक्षा जवाहर नवादय विद्यालय से, 11 वीं से 12 वीं शिक्षा विश्वशांति जूनियर कॉलेज, इंदेवडी से पूरी की।


बाद में शीतल ने वीआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज पुणे से बीटेक की(B.Tech from VIT Engineering College, Pune) पढ़ाई पूरी की. विश्वविद्यालय में मास्टर डिग्री के लिए आवश्यक जीआरई और ळडएऋछ दोनों परीक्षाएं उत्तीर्ण कीं. वीआईटी यानी विश्वकर्मा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नलॉजी एक प्रतिष्ठित निजी इंजीनियरिंग कॉलेज है. यहां औसत प्लेसमेंट भी बहुत अच्छा है।

बाबा साहेब जुंबड(Baba Saheb Jumbad) ने कहा कि उन्हें बेटी पर गर्व है. शीतल ने सहायक प्रोफेसर के रूप में काम किया और अमेरिका में मास्टर्स किया. इस बीच वह पीजी कंप्यूटर कर रही थीं. वह हाल ही में कैलिफोर्निया में वरिष्ठ सिस्टम सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में शामिल हुईं।


शीतल जुंबड (Sheetal Jumbad)ने जीआरई और टीओईएफएल दोनों परीक्षाएं पास करने के बाद में अमेरिका के स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ यूटा  में प्रचेश प्राप्त किश। उच्च डिग्री के दूसरे वर्ष में शीतल जुंबड ने सिस्टम सॉफ्टवेयर इंजन के रूप में चुना गया था। इसके लिए उन्हें 3 करोड़ 60 लाख का पैकज मिला हैं।

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जालना से सीधे अमेरिका तक का सफर तय करने वाली एक टीचर की बेटी शीतल जुंबड लड़कियों के लिए रोल मॉडल बन गई हैं. पिता शिक्षक और मां गृहिणी हैं। जुंबड परिवार के तीनों बच्चे काफी पढ़े-लिखे हैं. बेटा वीआईटी पुणे से इंजीनियरिंग कर रहा है। वह बीटेक प्रथम वर्ष में हैं जबकि एक बेटी एमबीबीएस द्वितीय वर्ष में है।