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UPSC Success Story : बिना रिवीजन के पास की यूपीएससी की परीक्षा,जानें सफलता की कहानी
 

IAS Success Story : जैसा कि आप जानते है यूपीएससी की परीक्षा को भारत की सबसे कठिन परीक्षा माना गया है। इस परीक्षा को पास करने के लिए लोग कठिन परिश्रम करते है। इस परीक्षा को कड़ी मेहनत करने वाले ही बच्चे क्रैक कर पाते है। आज हम आपको एक आईएएस अफसर की कहानी बताने जा रहे है जिसने अपनी कड़ी मेहनत से केवल चार महीने में यूपीएएस में टॉप किया है।
 
 

Dainik Haryana News,IAS Saumya Sharma Success Story ( New Delhi) : देश में सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी की परीक्षा है। हर साल लाखों बच्चे इस परीक्षा को पास करने के लिए कठिन परिश्रम करते है। लेकिन कुछ ही लोग इस परीक्षा को पास कर पाते है। कुछ होनहार लोग इसे कुछ महीनों की कड़ी मेहनत से ही पास कर देते है। ऐसी ही एक लड़की की कहानी  जिसने कुछ महीने की पढ़ाई से यूपीएएस की परीक्षा को पास ही नहीं बल्कि टॉप भी किया है। ये कहानी है सौम्या शर्मा की

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यूपीएससी परीक्षा की टॉप

आईएएस सौम्या की कहानी हर उस वर्ग को प्रेरणा देती है, जो अपने लक्ष्य के लबें रास्ते को देखकर डगमगा जाते हैं। सौम्या शर्मा को कम उम्र में ही ऐसा झटका लगा कि उनका पूरा जीवन ही बदल गया। लेकिन सौम्या ने इस कमी को दिल से नहीं लगाया बल्कि उन्होंने कड़ी चुनौतियों को पार कर सफलता प्राप्त की।

सौम्या ने अपनी पढ़ाई पूरी की और एक समय ऐसा आया जब उन्होंने यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को चुनौती देने का मन बना लिया। इस सफर के दौरान सौम्या को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, पर वे अपने लक्ष्य से विमुख नहीं हुईं। सौम्या ने सभी चुनौतियों को पार कर यूपीएससी परीक्षा 2017 में अकफ 9 रैंक हासिल की।

जानें कौन हैं आईएएस सौम्या शर्मा

सौम्या शर्मा दिल्ली की रहने वाली हैं। सौम्या शर्मा ने यूपीएससी परीक्षा 2017 में पहले ही अटेम्प्ट में नौंवी रैंक लाकर टॉप किया। सौम्या शर्मा ने अपनी शुरूआती पढ़ाई दिल्ली से ही पूरी की है। इसके बाद उन्होंने नेशनल लॉ स्कूल से वकालत की डिग्री हासिल की।

जब सौम्या लॉ के लास्ट ईयर में थी, तब उन्होंने यूपीएससी परीक्षा देने का मन बनाया। सौम्या का आईएएस बनने का सपना इतना आसान नहीं था। उनके रास्ते में कई रूकावटें आई पर सौम्या ने हार नहीं मानी।

एक दिन में चढ़ी 3 बार सलाइन

 सौम्या ने जब एग्जाम में बैठने का फैसला किया तो प्री-एग्जाम की तैयारी के लिए उनके पास सिर्फ 4 माह का ही समय बचा था। सौम्या ने कम समय में ही कड़ी मेहनत की। आखिरकार सौम्या की मेहनत रंग लाई और उन्होंने पहले ही प्रयास में प्री-एग्जाम पास कर लिया। इसके बाद सौम्या को मेंस परीक्षा देनी थी।

जिसमें सौम्या ने अपनी जी-जान लगा दी। लेकिन मुश्किलों ने सौम्या की राह एक बार फिर घेरा, जिसे सौम्या ने कड़ा जबाव दिया। दरअसल, जिस दिन मेंस की परीक्षा थी,उसी दिन सौम्या को तेज बुखार आ गया। सौम्या की हालात ऐसी थी एक दिन में उन्हें 3 बार सलाइन चढ़ाई जाती थी,लेकिन सौम्या ने हार नहीं मानी और परीक्षा में शामिल हुईं। सौम्या की मेहनत रंग लाई सौम्या ने ये भी परीक्षा पास कर ली।

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रिवीजन का भी नहीं मिला समय

एग्जाम के समय सौम्या फीवर और ड्रिप के समय वह लगभग बेहोश थी। इस वजह से सौम्या को ना तो रिवीजन का समय और न ही कुछ खास पढ़ने का समय मिला। इन सब परिस्थितियों के बाद भी  सौम्या शर्मा ने यूपीएससी में रैंक-9 हासिल की थी।