Sleeper Vande Bharat Express : दिल्ली वालों की हुई मौज, यहां से यहां तक चलेगी स्लीपर वंदे भारत ट्रेन
Dainik Haryana News, Vande Bharat Sleeper Train (New Delhi) : फरवरी में बजट पेश हो चुका है। केंद्र सरकार ने बजट में कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं की है। वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर वर्जन का पहल सेट पटरियों पर रफ्तार भरता नजर आएगा। इससे यात्रियों का लंबा सफर और आसान हो जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार शुरूआती तौर पर नए स्लीपर कोच दिल्ली से मुंबई(Delhi To Mumbai), दिल्ली से हावड़ा(Delhi To Havra) और दिल्ली से पटना(Delhi To Patna) जैसे रास्तों पर ओवरनाइट यात्राएं करेंगे।
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वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के यात्रियों को दोहरी सौगात मिलने जा रही है। अब लंबा सफर करने वालों को सेमी हाई स्पीड के साथ-साथ स्लीपर का आराम भी मिल सकेगा। संभवाना है कि मार्च में वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर वर्जन का पहला सेट पटरियों प फर्राटा भरने के लिए तैयार है। मार्च में शुरूआत मिलने और जरूरी ट्रायल्स के बाद स्लीपर वर्जन के नए सेट अप्रैल के पहले या दूसरे सप्ताह से दौड़ना शुरू कर देंगे।
रिपोर्ट के अनुसार इन ट्रेनों का सीरियल प्रोडक्शन इस साल अगस्त या सितंबर से शुरू हो सकता है। रिपोर्ट में रेलवे अधिकारियों के हवाले से लिखा गया है कि स्लीपर कोच निर्माण की प्रक्रिया पूरी रफ्तार के साथ जारी है। किस रूट पर दौड़गी स्लीपर ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस देश के 39 रेलमार्गों पर सेवाएं दे रही हैं। ये सभी चेयर कार हैं। रिपोर्ट के अनुसार शुरूआती तौर पर नए स्लीपर कोच दिल्ली से मुंबई, दिल्ली से हावड़ा और दिल्ली से पटना जैसे रास्तों पर ओवरनाइट यात्राएं करेंगे।
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि स्लीपर कोच में यात्रियों को पहले से ज्यादा सुविधाएं मिलने जा रही हैं। स्लीपर वर्जन के साथ सेट्स में कवच सिस्टम होगा और ये 200 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकेंगे। 40 हजार बोगियां वंदे भारत की बोगियों में तब्दील होंगी केंद्र सरकार की तरफ से गुरूवार को जारी अंतरिम बजट में रेलवे को बड़ी सौगात मिली है। इस दौरान 40 हजार बोगियों को वंदे भारत के स्तर की बोगियों में बदलने की बात कही है। साथ ही तीन ने रेल कॉरिडोर और हाई ट्रैफिक डेन्सिटी कॉरिडोर शामिल है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है कि इन नए कॉरिडोर की पहचान पीएम गति शक्ति पहल के तहत हुई है। इसके अलावा तेज और सुरक्षित रेल यात्रा को सुनिश्चित करने में हाई ट्रैफिक डेन्सिटी कॉरिडोर मदद करेंगे।
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