Dainik Haryana News

Radhika Gupta Success Story: मिलिए शार्क टैंक इंडिया की जज राधिका से
 

Edelweiss Asset Management Limited ceo:एडलवाइज एमएफ की सीईओ राधिका गुप्ता को अपनी टेढ़ी गर्दन की वजह से कई तरह के रिजेक्शन और और मजाक का सामना करना पड़ा हैं लेकिन आज राधिका किसी पहचान की महोताज नहीं हैं आइए जानते हैं पूरी खबर के बारे में।
 
 
Radhika Gupta Success Story: मिलिए शार्क टैंक इंडिया की जज राधिका से

Dainik Haryana News,shark tank india judge (New Delhi):कई बार लोगों की शरीरिक बनावट से उसको जज किया जाने लगता है। उस इंसान का हर कोई मजाक उडाने लगता हैं, लेकिन इंडिया में ऐसे लोगों ने अपने कामयाब होकर लोगोें को मुंहतोड जबाव दिया हैं।


Read Also:Success Story: पहले डॉक्टर रह चुकी ये IPS महिला, खूबसूरती के मामले में बॉलीवुड एक्ट्रेस को भी देती है मात

एडलवाइज एमएफ की सीईओ राधिका गुप्ता (CEO With Broken Neck)को भी टेढ़ी गर्दन की वजह से कई तरह के रिजेक्शन और मजाक का सामना करना पड़ा हैं लेकिन आज इनकी पहचान किसी से कम नही हैं। आज हम आप को राधिका गुप्ता के संघर्ष बारे में बताएंगे आइए जानते हैं पूरी खबर के बारे में।

राधिका गुप्ता (youngest women ceo in india)के पिता एक राजनायिक थे, जिस वजह से उनकी परवरिश कई देशों में हुई हैं। खासकर उनकी पढ़ाई इंडिया, पाकिस्तान, अमेरिका और नाइजीरिया में हुई। नाइजीरिया में पढ़ते समय उनको बहुत अधिक बुली कहा जाता था उनकी टेढ़ी गर्दन का मजाक किया जाता था। और साथ में भारतीय होने के कारण से भी उनका मजाक उड़ाया जाता था।

7 बार रिजेक्शन(7 times rejection)

पढ़ाई के बाद में जब वह इंटरव्यू(crooked neck)देने के लिए पहुची तो वहां पर भी उनको 7 बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा। इतना सब होने के बाद में राधिका का आत्म विश्वास टूटने लगा और राधिका 22 साल की उम्र में डिप्रेशन का भी शिकार हो गई थी।


मैकेंजी में की पहली नौकरी(First job at McKenzie)

इन सभी कठिन दिनों के बाद में राधिका के भी अच्छे दिन आए और उनकी पहली नौकरी मैकेंजी में लग गई. इसके बाद में तो मानों उनकी खुशी का ठिकान नहीं था। इसके बाद में उनका आत्मविश्वास लौटने लगा. कई बड़ी कंपनियों में नौकरी करने का बाद में उन्होंने अपने पति और दोस्त के साथ में मिलकर एसेट मैनेजमेंट फर्म शुरू करने का फैसला किया।


Read More:New Success Story : इस महिला ने अपनी मेहनत के दम पर हासिल की दो-दो नौकरी, पहले एक्साइज ऑफिसर और फिर बनी डिप्टी कलेक्टर

33 की उम्र में बनीं  यंगेस्ट सीईओ (Became the youngest CEO at the age of 33)

राधिका अपनी कंपनी शुरू करने के बाद में एडलवाइस एमएफ ने उनकी कंपनी का अधिग्रहण कर लिया। एडलवाइज ने सीईओ के तौर पर राधिका को चुना और सिर्फ 33 साल की उम्र में राधिका यंगेस्ट सीईओ बन गई हैं। ईटी मनी कर रिपोर्ट के अनुसार 31 दिसंबर 2023 तक उनकी फर्म की कुल संपत्ति 121399.04 करोड़ रूपये थी।