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UPSC Success Story :  जानिए 10वीं-12वीं में फैल होने वाली लड़की कैसे बनी आईएएस अफसर
 

IAS Success Story :  यूपीएससी की परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है। इस परीक्षा को पास करने के लिए उम्मीद्वार कोचिंग लेते हैं। इस परीक्षा को पास करने के लिए बच्चे दिन-रात मेहनत करते है। लेकिन इस परीक्षा को कुछ ही बच्चे कै्रक कर पाते है। ऐसे ही 10वीं और 12वीं में फैल एक लड़की ने इस कठिन परीक्षा को पास किया है। आइए जानते है इस लड़की सफलता की कहानी को
 
 
UPSC Success Story :  जानिए 10वीं-12वीं में फैल होने वाली लड़की कैसे बनी आईएएस अफसर

Dainik Haryana News,  IAS Anju Sharma Success Story ( New Delhi )  :   यूपीएससी की परीक्षा की लाखों बच्चे तैयारी करते हैं। कुछ बच्चे इस परीक्षा को पास करने के लिए कोचिंग सेंटर जॉइन करते हैं। लेकिन इसके बाद भी उन्हें सफलता नहीं मिलती हैं। आज हम आपको एक ऐसी आईएएस अफसर की कहानी बताने जा रहे है जो 10वीं और 12वीं में फैल हो गई थी। लेकिन फिर भी इस लड़की ने अपनी कड़ी मेहनत से यूपीएससी की परीक्षा को पास करके आईएएस का पद हासिल किया।

वे गुजरात कैडर की आईएएस अधिकारी हैं. उन्होंने 1991 में राजकोट से अपने करियर की शुरुआत की. उस समय वे सहायक कलेक्टर बनी थी. फिलहाल वे शिक्षा विभाग (उच्च और तकनीकी शिक्षा), सचिवालय, गांधीनगर में प्रधान सचिव हैं. वे गांधीनगर में जिला कलेक्टर भी रह चुकी हैं.
 

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कक्षा 12वीं में हो गई थी फैल


आईएएस अंजू शर्मा कक्षा 12वीं में अर्थशास्त्र के पेपर मे फैल हो गई थी और 10वीं के प्री-बोर्ड परीक्षा में फैल हो गई थी। बाकि के विषयों में उन्हें डिस्टिंक्शन मिली थी। अंजू बताती है कि प्री-बोर्ड परीक्षा में मेरे पास पढ़ने के लिए बहुत सारे चैप्टर थे और खाने के समय मुझे पढ़ाई करनी थी, उस समय में घबराने लगी क्योंकि मैंने तैयारी नहीं हुई थी और मैं जानती थी कि मैं फैल होने वाली हूं। ऐसे में मुझसभी लोगों ने समझाया कि कक्षा 10वीं के रिजल्ट के आधार पर ही आगे कि पढ़ाई निर्धारित होती है. 

अंजू शर्मा ने बताया है कि आपको लोग सफलता के लिए याद करते हैं न कि असफलताओं के लिए नहीं. वे बताती हैं कि जीवन की इस घटना ने उनके भविष्य को आकार दिया है.
 

मां ने इस तरह किया सपोर्ट

 उस कठिन दौर में, उनकी मां ने उन्हें सांत्वना दी और प्रेरित करती रही. वे बताती है कि इस समय उन्होंने सबक भी सीखा कि पढ़ाई के लिए आखिरी समय पर निर्भर नहीं रहना चाहिए. बस इसके बाद उन्होंने कॉलेज में पहले से ही तैयारी शुरू कर दी और अपने कॉलेज में स्वर्ण पदक विजेता बनीं. आपको बता दें कि उन्होंने जयपुर से बीएससी (इ.रू.) और एमबीए पूरा किया. इसी रणनीति के तहत उन्होंने पहले प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा  पास की ली. उन्होंने सिलेबस पहले से ही पूरा कर लिया था और इस तरह वे आईएएस टॉपर्स ( की सूची में शामिल हो गईं.

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