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IAS Success Story: सड़कों पर सोया! भूख प्यास सही, दूसरों की किताबें पढ़कर बन गया IAS अफसर

 
IAS Success Story: सड़कों पर सोया! भूख प्यास सही, दूसरों की किताबें पढ़कर बन गया IAS अफसर
Success Story: IAS बनना कोई आसान काम नहीं है। इस सपने को पुरा करने के लिए भारत की सबसे कठिन परीक्षा UPSC को पास करना पड़ता है। जोकि कहने जितना आसान नहीं है।   Dainik Haryana News: UPSC Success Story: भारत में हर साल UPSC की परीक्षा होती है। लाखों युवा इसमें भाग भी लेते हैं। लेकिन सफलता कुछ को ही मिल पाती है। हर कोई अफसर बनने का सपना देखता है। लेकिन यह किसी-किसी के भाग्य में होती है। आज हम आपके लिए एक ऐसे IAS अफसर की कहानी लेकर आए हैं।     जिसका जीवन संघर्षों से भरा रहा। जीवन में बहुत सी कठिनाइयों का सामना करने के बाद उन्हें यह सफलता मिली। हम बात कर रहे हैं, मध्यप्रदेश के भिंड जिले के छोटे से गांव के छोटे से घर में रहने वाले नीरीश राजपूत (IAS Nirish Rajput) की। छोटे से घर में वो अपने माता-पिता तथा तीन भाई बहनों के साथ रहते थे।   Read Also: Cyber Crime News: Google Pay, Phone Pay का इस्तेमाल करने वाले सावधान, ठग भेज रहे जानबूझकर आपके बैंक खाते में पैसे   नीरीश शुरू से ही पढाई में तेज थे। उनके पिता टेलर थे, नीरीश समय लगते ही सिलाई मे पिता का हाथ बंटाया करते थे। घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने वजह से उनहोंने आरंभिक पढ़ाई सरकारी से पुरी की। इसके बाद आगे की पढ़ाई करने के लिए नीरीश ग्वालियर चले गए।     राजपूत अपनी पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए अखबार बांटने का काम भी किया। ग्वालियर में भी नीरीश पढ़ाई के साथ-साथ पार्ट टाइम नौकरी भी करते थे। यहां के सरकारी कालेज से उन्होंने B.Sc तथा M.Sc की।   Read Also: Railway News : एक बार इस ट्रेन में सफर करने बाद, दौबारा यात्रा करने से क्यों डरते हैं लोग, आखिर क्या है वजह? इसके बाद नीरीश राजपूत ने बताया की उनके एक दोस्त नें उतराखंण्ड में एक कोचिंग सेंटर खोला। सेंटर में नीरीश को इस वादे के साथ पढ़ाने के लिए कहा गया की वो नीरीश को UPSC की तैयारी के लिए अच्छे संसाधन उपलब्ध कराए जाऐंगे।     लेकिन 2 साल के बाद कोचिंग सेंटर के ऊंचाइयों पर जाने के बाद उनके दोस्त ने नीतीश को नौकरी से निकाल दिया। जिसके बाद वो निराश होकर दिल्ली चले गए। दिल्ली जाने के बाद उनकी दोस्ती एक UPSC की तैयारी कर रहे एक वयक्ति से हो गई। Read Also: Punjab News: अमृतपाल सिंह को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दर्ज, पुलिस पर ही लगाया अवैध रूप से हिरासत में लेनेंका आरोप!   उसके साथ रहकर नीरीश अपने दोस्त के नोटस से 16 से 18 घंटे की तैयारी करने लगे। नीरीश राजपूत अपने पहले 2 प्रयास में असफल रहे। लेकिन किए गए तीसरे प्रयास में उनकी मेहनत रंग लाई। और साल 2013 मे नीरीश राजपूत नें आल इंडिया रैंक 370 हांसिल कर अपने IAS बनने के सपने को पूरा किया।