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Pregnacy Care Tips :   नॉर्मल डिलीवरी के बाद महिला को सुखा रखना चाहिए अपने शरीर का ये अंग
 

Health Tips :  डिलीवरी के बाद शरीर को ठीक होने में समय लगता है। मां बनने के बाद हर औरत के सामने कुछ चुनौतियां और जिम्मेदारियां आती हैं। आज हम आपको बताने जा रहे है कि मां को डिलीवरी के बाद अपनी और बच्चे की देखभाल कैसे करनी चाहिए।

 
Pregnacy Care Tips :   नॉर्मल डिलीवरी के बाद महिला को सुखा रखना चाहिए अपने शरीर का ये अंग

Dainik Haryana News, How To Take Care Yourself After Normal Delivery  (New Delhi) :  आमतौर पर डिलीवरी के बाद शरीर को ठीक होने के लिए 6 से 8 हफ्तों का समय लगता है। सिजेरियन डिलीवरी में इससे भी ज्यादा समय लग सकता है। इस समय महिला को अपने शरीर को रिकवर करने का समय देना होगा और इस समय उन्हें कई सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ज्यादातर लोग आपको इस बारे में ही बात करते हुए नजर आएंगे कि डिलीवरी के बाद क्या खाना चाहिए, बच्चे को कैसे दूध पिलाना है इस समय नई मांओं को अपना खुद का और बेबी की देखभाल करने के बादे में ज्यादातर लोग नहीं बताते हैं जो कि बहुत जरूरी है।

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पोस्टपार्टम वैजाइनल ब्लीडिंग बच्चे के जन्म के बाद योनि से ब्लीडिंग होना पूरी तरह से सामान्य है, जिसे लोचिया कहा जाता है। इस स्त्राव में रक्त, म्यूकस और गर्भाशय के ऊतक होते हैं और यह कई हफ्तों तक रहता है। संक्रमण को रोकने के लिए सैनिटरी पैड का उपयोग करना, टैम्पोन न लगाना और उन्हें नियमित रूप से बदलना आवश्यक है। यदि ब्लीडिंग ज्यादा या दुर्गधयुक्त है तो डॉक्टर से बात करें।

पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज नोएडा के मदरहुड हॉस्पिटल से वरिष्ठ सलाहकार प्रसूति एंव स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. तनवीर औजल कहते हैं कि गर्भावस्था और प्रसव से पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं, जिससे असंयम जैसी समस्याएं हो सकती हैं। पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज करना, जिसे अक्सर कीगल एक्सरसाइज कहा जाता है, इन मांसपेशियों को मजबूत करने और तेजी से रिकवरी को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।

अगर आपकी नॉर्मल डिलीवरी हुई है तो पेरिनियल केयर पर विशेष ध्यान देना होगा। योनि वाले एरिया को साफ और सूखा रखें और पेशाब या मल त्याग के बाद योनि को साफ करने के लिए गर्म पानी का उपयोग करें। सिट्ज बाथ में आप अपने पेरिनियल एरिया को गुनगुने पानी में रखकर उसे कीटाणुओं से बचा सकते हैं। दर्द कैसे दूर करें डिलीवरी के बाद दर्द होना आम बात है, खासकर यदि आपको प्रसव के दौरान एपिसिओटॉमी या चीरा लगा हो। ओवर द काउंटर दर्द निवारक या आपके डॉक्टर द्वारा दी गई दवाएं इस दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं। पेरिनियल एरिया पर आइस पैक या गर्म सेक लगाने से भी राहत मिल सकती है।

इमोशनल हेल्थ
मां बनने के बाद शरीर में होने वाले परिवर्तन कभी-कभी चिंता, अवसाद या आत्म-सम्मान संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकते हैं। अगर आप इस स्थिति को संभाल नहीं पा रही हैं, तो किसी प्रोफेशनल की मदद लें। इसके अलावा प्रसव के लगभग छह सप्ताह बाद डॉक्टर के पास चेकअप करवाने जाएं। इससे आपको पता चलेगा कि आपकी बॉडी ने कितना रिकवर किया है और अब आपको किस दवा को लेने की जरूरत है। जब तक आप पूरी तरह से मानसिक और भावनात्मक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ महसूस नहीं करती, तब तक आप अपनी देखभाल करें।

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